झूठी निकली गैंगरेप की शिकायत, अब युवती पर कार्रवाई की तैयारी

झूठी निकली गैंगरेप की शिकायत, अब युवती पर कार्रवाई की तैयारी


गोरखपुर के कैम्पियरगंज में गैंगरेप और नेपाल में ले जाकर युवती को वेश्यालय में बेचने की शिकायत पुलिस की जांच में फर्जी निकली है। पुलिस की जांच रिपोर्ट पर कोर्ट के आदेश पर एक माह से जेल में बंद तीन युवक रिहा हो गए। जेल से छूटने के बाद उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों से युवती और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी के आदेश पर कैम्पियरगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपित युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 


कैम्पियगंज क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती 16 अक्टूबर को एसएसपी से मिलकर बताया कि 13 अगस्त को गांव का ही इगलेश यादव बहला-फुसला कर बाइक पर बैठा लिया। रास्ते में अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर नेपाल लेकर चला गया। वहां वह उसके साथ जबरन दुष्कर्म किए और उसे एक वेश्यालय में बेच कर चले आए। वह पांच अक्टूबर को किसी प्रकार वहां से निकल कर घर पहुंच परिवारीजनों को आपबीती बताई। इसकी शिकायत थाने पर करने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। 


एसएसपी ने कैम्पियरगंज थानेदार को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया। पुलिस ने इंगलेश यादव, धीरज, अनिल और इंगलेश के मौसेरे भाई रामकेश के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, मानव तस्करी और अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इंगलेश, धीरज और अनिल को दो नवम्बर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस की जांच में घटना फर्जी निकलने पर उसने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर 26 नवम्बर को कोर्ट में चार्टसीट दाखिल किया। इसके बाद तीनों जेल से बाहर निकले। 


पुलिस की जांच में सामने आया यह तथ्य
युवती ने पुलिस को 13 अगस्त को अपहरण की जानकारी दी जबकि विवेचक थानेदार कैम्पियरगंज निर्भय नारायणा सिंह की जांच में उस दिन वह फरेंदा अपनी बुआ के लड़की के घर पर थी। इसके बाद वह 15 अगस्त को फरेंदा में ही अपने भाभी के घर 8-10 दिन रही। 16 अगस्त को फरेंदा में उसपे अपने नाम पर एक सिम कार्ड भी खरीदा। वह 25 अगस्त को रात में अपने फूफा के घर पर रही। इस प्रकार पुलिस की जांच में उसके द्वारा गैंगरेप और नेपाल में बेचने की बात फर्जी साबित हुई। 


अधिकारियों के आदेश पर तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिसके जरिए यह साबित हो गया कि घटना पूरी तरह से मनगढंत है। जांच में घटना पूरी तरह से फर्जी साबित होने पर फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर आरोपियों को बरी कराया गया है।
निर्भय नारायण सिंह, थानाध्यक्ष कैम्पियरगंज


युवती पर कार्रवाई की मांग
गैंगरेप और नेपाल में वेश्यालय में बेचने की फर्जी शिकायत पर एक माह तक जेल की यातना सहने वाले तीनों आरोपित इंगलेश, धीरज और अनिल के साथ उनके परिवारीजनों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से युवती और उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस भी युवती और उसके परिजनों के खिलाफ नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है।