विपक्ष की साजिश से अपने ही मुल्क में दोयम दर्जे के नागरिक बन गए मुसलमान

विपक्ष की साजिश से अपने ही मुल्क में दोयम दर्जे के नागरिक बन गए मुसलमान


राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रसीद ने कहा कि नागरिक संशोधन अधिनियम के लागू होने के बाद विपक्ष द्वारा बनाए गए हालात में देश के मुसलमान दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं। देश के हिन्दू ये समझने लगे हैं कि हमारे हिन्दू भाई जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में पूजा नहीं कर सकते, जिनकी बहन-बेटियों की आबरू की हिफाजत नहीं होती। वे अगर अपनी बहन बेटियों की हिफाजत करना चाहते हैं तो यहां के मुसलमानों को अच्छा नहीं लग रहा। तभी तो शाहीन बाग में प्रदर्शन में बैठे हैं। तोड़फोड़ कर रहे हैं।


आतिफ रसीद शनिवार को शहर में नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 के समर्थन में आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि नागरिकता कानून को लेकर गोरखपुर में रविवार को बड़ी रैली हो रही है। रैली को सीएम योगी आदित्यनाथ सम्बोधित करेंगे। पूरे देश की नजर इस रैली पर होगी। मुस्लिम भाई अपने हाथों में तख्तियां लेकर रैली में पहुंचे। उस पर लिखें कि हिन्दुस्तान में उन हिन्दू बहनों का स्वागत करते हैं जिन्हें पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में सिंदूर लगाने की आजादी नहीं है। यहां बैठी बुर्का पहनी महिलाएं तख्ती पर लिखें कि वे हिन्दुस्तान में आजादी के साथ बुर्का पहन सकती हैं।


आजादी के साथ जिन्हें पाकिस्तान में सिंदूर लगाने की इजाजत नहीं, उन बहनों का हिन्दुस्तान में इस्तकबाल करते हैं। देखिएगा, पूरे हिन्दुस्तान में मोहब्बत एवं भाईचारे का संदेश गोरखपुर की धरती से जाएगा जो इंकलाब लेकर आएगा। यही संदेश गूंजेगा कि हिन्दुस्तान के मुसलमान अपने हिन्दू भाइयों की बेटियों एवं बहनों के स्वाभिमान के लिए उनके साथ खड़े हैं।


विपक्ष ने केवल अल्लाह से डरने वाली कौम को डरना सिखा दिया


आतिफ रसीद ने कहा कि हिन्दुस्तान में मुसलमानों को बचपन से सपना दिखाया जाता है कि भाजपा सत्ता में आई तो उन्हें खा जाएगी। हम क्या गाजर मूली हैं जो कोई खा जाएगा? सिर्फ अल्लाह से डरने वाली कौम को पीएम-सीएम से डरना सिखा दिया। सिर्फ अल्लाह से डरने वाली कौम को कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी के गुंडों ने दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया।


विपक्ष ने सत्ता के लिए मुसलमानों को बरगलाया


12 दिसम्बर को राष्ट्रपति सीएए पर हस्ताक्षर किया तब कोई विरोध नहीं हुआ। 15 दिसम्बर को दिल्ली के जामिया मिलिया से सीएए के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ। इसकी बुनियादी 14 दिसम्बर को रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस एवं अन्य विपक्ष के नेताओं ने भारत बचाओ रैली में रखी। रैली में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने भाषण कर देश के मुसलमानों को बरगलाया कि सीएए देश के मुसलमानों की नागरिकता ले लेगा।


सीएए से किसी को नुकसान नहीं


उन्होंने कहा कि सीएए से किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं होने वाला। इसके तहत किसी से भी कोई कागज नहीं मांगा जा रहा है बल्कि 2014 से पहले पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों से दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। इसके अलावा जो गैरकानूनी रूप से आ गए उन्हें साबित करना होगा कि वे पाकिस्तानी, बंगालादेशी और अफगानिस्तानी हैं।


सत्ता के लिए आज देश को गुमराह कर रही कांग्रेस


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला एनआरसी को कांग्रेस का बेबी बताते हैं जबकि पवन खेड़ा मोदी बयान देते हैं कि मोदी सरकार एनआरसी से डरती है। लेकिन सत्ता के लिए आज देश को गुमराह कर रहे हैं। गोष्ठी में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चाके प्रदेश महामंत्री मोहम्मद इफ्तेखार हुसैन, इरशाद अहमद, जैनुद्दीन अहमद, असद हुसैन, मुहम्मद सादिक, मुहम्मद अशरफ, नरगिस खातून, सोनी खान, राबिया खातनू, गुलशन बानो, नेहा परबीन, हाजी गुलाम हुसैन, मौलाना रफीक, हाजी मुहम्मद उस्मान आदि ने अपनी बातें रखी