विधायक के लोग जबरन हाथी ले गए, रोकता रह गया वन विभाग
शनिवार की सुबह भाजपा विधायक विपिन सिंह के लोग सिंहपुर सराव गांव से हाथी को जबरन कौड़ीराम के हरैया ले गए। विधायक वन विभाग की ओर से जारी नोटिस को भी लेने से इनकार कर दिया है। विभाग अब रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजने की योजना बना रहा है। डीएफओ अविनाश कुमार के निर्देश पर फिलहाल बांसगांव रेंजर हाथी पर नजर रखे हुए हैं।
शनिवार की अल सुबह चार बजे सिंहपुर सराव गांव में 10-12 लोग जुटे। उसके बाद विधायक विपिन सिंह के हाथी गंगा प्रसाद को उनके महावत यासीन, डबलू एवं मुस्तफा समेत अन्य जबरन कौड़ीराम के हरैया गांव ले जाने लगे। मौके पर पहुंचे फारेस्टर संतराम और फारेस्ट गार्ड रामचंद्र ने उन्हें रोकना की कोशिश की लेकिन उनकी दबंगई के आगे दोनों की एक न चली। रेंजर संजय कुमार ने एसडीएम चौरीचौरा और चौरीचौरा थाने पर कॉल कर मदद मांगी। जब तक वे मौके पर पहुंचते विधायक के लोग हाथी को लेकर निकल चुके थे। हाथी को विधायक के लोगों ने शुक्रवार को भी ले जाने की कोशिश की थी।
रेंजर संजय कुमार ने बताया कि हाथी हादसे के दिन से ही उनकी निगरानी में था। चूंकि वन विभाग के पास महावत नहीं है, इसलिए गांव में विधायक के ही महावत की निगरानी में रखा गया था। सामान्य होने के बाद उसे विनोद वन ले जाने की योजना थी।
वन विभाग ने दर्ज किया है केस
विधायक के हाथी ने झगहा थाना क्षेत्र के गांव सिंहपुर सराव गांव में अपने ही महावत 35 वर्षीय शब्बीर को मार डाला था। हादसे के वक्त शब्बीर के साथ मौजूद उसके चचेरे भाई यासीन पुत्र बुल्ला निवासी पुरवा थाना ऊरुवा के बयान को आधार बना कर वन विभाग ने केस दर्ज किया है। जबरन हाथी ले जाने के मामले में भाजपा विधायक विपिन सिंह से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इस पर जब भी उनसे बात होगी, उनका पक्ष दिया जाएगा।
विधायक ने नोटिस लेने से इनकार किया
हाथी के चले जाने के बाद रेंजर संजय कुमार विधायक के रुस्तमपुर स्थित आवास पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि विधायक विपिन सिंह से मुलाकात हुई लेकिन उन्होंने नोटिस लेने से इनकार कर दिया। संजय ने कहा कि विधायक ने उनसे कहा कि वे अपने महावत की मौत और हाथी को लेकर मानसिक रूप से परेशान हैं। नोटिस नहीं लेंगे, उन्हें और परेशान न किया जाए।